जिला विकास समनवय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक समपन्न
ग्वालियर । शहरवासियों को शुद्ध और पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध हो, इसके लिये केन्द्र सरकार की अमृत परियोजना के तहत कार्य किए जा रहे हैं। ग्वालियर शहर में परियोजना के तहत डीएमए का कार्य 30 अप्रैल तक पूर्ण किया जाए, ताकि शहरवासियों को शुद्ध और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध हो सके। क्षेत्रीय सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने गुरूवार को जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में यह बात कही।
नवीन जिला पंचायत कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक में केन्द्र सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों की विस्तार से समीक्षा की गई। बैठक में जिला पंचायत प्रशासकीय समिति की अध्यक्ष श्रीमती मनीषा यादव, विधायक ग्वालियर दक्षिण प्रवीण पाठक, विधायक ग्वालियर पूर्व डॉ. सतीश सिकरवार, विधायक डबरा सुरेश राजे, जिला पंचायत प्रशासकीय समिति के उपाध्यक्ष शांतिशरण गौतम, देवेन्द्र सिंह तोमर सहित समिति सदस्य सुरेन्द्र सिंह गुर्जर, श्रीमती अनीता मोती सिंह और कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, नगर निगम आयुक्त किशोर कान्याल, सीईओ जिला पंचायत आशीष तिवारी सहित समिति के सदस्य और विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
सांसद श्री शेजवलकर ने कहा है कि अमृत परियोजना के तहत पानी और सीवर की लाईनें डालने के लिये जो सड़कें खोदी गई हैं उसके रेस्टोरेशन का कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता से निगम करे। इसके लिये अमृत परियोजना के ठेकेदारों के कार्यों की निगम आयुक्त नियमित समीक्षा भी करें। उक्त कार्य के लिये प्राथमिकता तय कर कार्य कराया जाए।
गर्मी के मौसम में हैण्डपम्पों का संधारण प्राथमिकता से हो
बैठक में पेयजल की समीक्षा के दौरान कहा कि गर्मी के मौसम को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्र में जो हैण्डपम्प लगे हैं उनके संधारण का कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता से किया जाए। इसके लिये लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग हैण्डपम्पों का सर्वे एवं उसके संधारण की पूरी कार्ययोजना तैयार कर प्रभावी कार्रवाई करे, जो हैण्डपम्प खराब हो गए हैं उनको सुधारने का कार्य भी तेजी के साथ किया जाए।
बैठक में कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि गर्मी के मौसम में ग्रामीण क्षेत्र में ग्रामीणों को परेशानी न हो, इसके लिये लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के माध्यम से संधारण का कार्य किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के हैण्डपम्पों के सर्वेक्षण का कार्य राजस्व अमले से कराया जायेगा। सर्वेक्षण के दौरान जो भी हैण्डपम्प खराब पाए जायेंगे, उनको ठीक करने का कार्य प्राथमिकता से किया जायेगा।
नगर निगम आयुक्त किशोर कान्याल ने बैठक में बताया कि अमृत परियोजना के तहत कुल 210 डीएमए बनाए गए हैं, जिनमें से 119 का काम लगभग पूर्ण हो गया है। सम्पूर्ण कार्य 30 अप्रैल तक पूर्ण कर लिया जायेगा। शेष डीएमए का कार्य भी मई माह के अंत तक पूर्ण कर लिया जायेगा। बैठक में विधायक प्रवीण पाठक, विधायक डॉ. सतीश सिकरवार, विधायक डबरा सुरेश राजे और ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के प्रतिनिधि देवेन्द्र सिंह तोमर ने भी अपने-अपने क्षेत्र और केन्द्रीय योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए।