शहर विकास के मुद्दों पर प्रभारी मंत्री ने सुबह 7 बजे अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से की चर्चा
ग्वालियर। गर्मी के मौसम में शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र में निवास कर रहे नागरिकों को पेयजल की समस्या नहीं होना चाहिए। नगरीय क्षेत्र में नगर निगम और ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम पंचायतों के माध्यम से पेयजल वितरण के पुख्ता प्रबंध किए जाएं। प्रदेश के जल संसाधन एवं ग्वालियर जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बुधवार को विभागीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ आयोजित बैठक में यह निर्देश दिए हैं।
नगर निगम के बाल भवन में सुबह 7 बजे शहर विकास के मुद्दे पर आयोजित महत्वपूर्ण बैठक में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, मध्यप्रदेश लघु उद्योग निगम की अध्यक्ष श्रीमती इमरती देवी, बीज एवं फार्म विकास निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल, विभागीय अधिकारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट एवं ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र की पेयजल व्यवस्था की समीक्षा के दौरान कहा कि गर्मी के मौसम में आम आदमी को शुद्ध और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। शहरी क्षेत्र में नगर निगम द्वारा पेयजल वितरण व्यवस्था के लिये अमृत परियोजना के तहत तैयार टंकियों के माध्यम से पेयजल वितरण किया जा रहा है। अमृत परियोजना के तहत पेयजल के क्षेत्र में जो कार्य शेष रह गए हैं उसे शीघ्र अतिशीघ्र पूर्ण किया जाए ताकि लोगों को शुद्ध और पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध हो सके।
प्रभारी मंत्री श्री सिलावट ने ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल की उपलब्धता के संबंध में समीक्षा करते हुए निर्देशित किया है कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र में लगे सभी हैण्डपम्पों के संधारण का कार्य प्राथमिकता से किया जाए। जिला स्तर पर एवं ब्लॉक स्तर पर कंट्रोल रूम भी गठित किया जाए। कंट्रोल रूम के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल से संबंधित समस्याओं का तत्परता से निराकरण किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि विभाग की ओर से जहाँ आवश्यक है वहाँ हैण्डपम्प खनन कार्य भी किया जाए।
जल जीवन मिशन के लिये खोदी गई सड़कों को ठीक करने का कार्य शीघ्रता से करें
प्रभारी मंत्री ने जल जीवन मिशन की समीक्षा के दौरान कहा कि जिले में जिन ग्राम पंचायतों में काम कराया गया है वहाँ पर खोदी गई सड़कों के सुधार का कार्य भी प्राथमिकता से पूर्ण कराया जाए। मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्र में हर व्यक्ति को उसके घर पर नल की टोंटी के माध्यम से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का जो कार्य है उसे तत्परता से जिले में किया जाए ताकि अधिक से अधिक ग्रामवासी योजना से लाभान्वित हो सकें।
सभी तालाबों को अतिक्रमण से मुक्त करें
प्रभारी मंत्री श्री सिलावट ने समीक्षा बैठक में कहा है कि ग्वालियर जिले में जो भी तालाब हैं उनको अतिक्रमण से मुक्त किया जाए। इसके साथ ही तालाबों का गहरीकरण, सौंदर्यीकरण करने के साथ ही अधिक से अधिक वृक्षारोपण का कार्य भी हाथ में लिया जाए। जलाभिषेक अभियान के तहत जिले में निर्मित किए जा रहे 100 तालाबों का कार्य भी तत्परता से और गुणवत्ता के साथ हो, यह भी सुनिश्चित किया जाए। तालाब निर्माण के कार्यों में जनसहयोग को भी प्रोत्साहित किया जाए।
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत जिला एवं ब्लॉक स्तर पर हों आयोजन
प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट ने समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि ग्वालियर शहर के साथ-साथ सभी ब्लॉक स्तर पर भी मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का भव्य आयोजन किया जाए। जिला मुख्यालय पर नगर निगम और जिला प्रशासन मिलकर आयोजन की तैयारी करें। इसके साथ ही ब्लॉक स्तर पर भी जनपद पंचायतें एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मिलकर आयोजन करें। प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बैठक में लाड़ली लक्ष्मी योजना की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश स्तर से लाड़ली लक्ष्मी योजना का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम को ग्वालियर जिले में भी पूर्ण भव्यता के साथ आयोजित किया जाए।
बैठक के प्रारंभ में सीईओ जिला पंचायत आशीष तिवारी ने बताया कि जिले में 102 नए तालाब निर्माण का कार्य हाथ में लिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि जल जीवन मिशन के तहत भी चयनित ग्राम पंचायतों में तत्परता से कार्य किया जा रहा है।
नगर निगम आयुक्त किशोर कान्याल ने अमृत परियोजना के तहत पेयजल के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि परियोजना के तहत 119 डीएमए का कार्य किया जा रहा है। इसमें से 78 का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। 30 अप्रैल तक शेष कार्य भी पूर्ण कर लिया जायेगा। शहरी क्षेत्र में विभिन्न पानी की टंकियों के माध्यम से आम जनों को पर्याप्त पेयजल की आपूर्ति की जा रही है।
निगम आयुक्त श्री कान्याल ने यह भी बताया कि निगम के माध्यम से टैंकर भी संचालित किए जाते हैं। कहीं भी अगर समस्या आती है तो नागरिकों को टैंकर के माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराया जाता है।