चक्रवर्ती सम्राट अशोक महान की जयंती पुरे धुमधाम से चास में मनाया गया
आज दिनांक 5 अप्रैल 2025 को बुद्ध विहार संघ के तत्वावधान में अखण्ड भारत के निर्माता चक्रवर्ती सम्राट अशोक महान की जयंती अशोका अष्टमी के रूप में पुरे धुमधाम से कुशवाहा भवन चास के प्रांगण में मनाया गया। शहर में शोभायात्रा की तैयारी उपरांत शांति व्यवस्था के लिए बहाल धारा 163 की जानकारी प्रशासन से मिलने पर इस जयंती समारोह को संक्षिप्त और संशोधित रूप में मनाया गया।
इस अवसर पर गरगा पुल चास के निकट चक्र स्तंभ और असोका पथ का सामुहिक रूप से लोकार्पण किया गया। वही कुशवाहा भवन के प्रांगण में बुद्ध विचार संघ के संयोजक राकेश महतो, बौद्धाचार्य वी एन मेहता, अनीता सिंह सहित अतिथियों ने पंचशील दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर सबो ने बुद्ध वंदना, त्रिशरण, पंचशील पाठ के साथ सम्राट अशोक के मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। इस सभा को संबोधित करते हुए अतिथियों ने कहा कि सम्राट अशोक ने तथागत बुद्ध के सिद्धांतों, संदेशों, उपदेशों को अपनाकर इन्सानियत और मुहब्बत के बदौलत खंड-खंड में बंटे भारत एवं कई देशों को मिलाकर अखण्ड भारत बनाया था। विश्व के इतिहास के अब तक के सबसे महान, महाप्रतापी, मानव कल्याणकारी चक्रवर्ती सम्राट ने देश में प्रथम बार हजारों-हजार विद्यालय, महाविद्यालय, विश्व विद्यालय, चिकित्सालय, धर्मशाला, मनुष्यों के साथ-साथ पशुओं के लिए अस्पताल, गौ-हत्या पर पूर्ण प्रतिबंध, कलकत्ता से पेशावर तक रोड, रोड के दोनों तरफ पेड़, कुआँ, डाकघर, शिलालेख, चौरासी हजार स्तूप, भगवान बुद्ध के ज्ञानस्थली बोधगया में विशाल महाबोधी विहार बनाकर भारत को सोने की चिड़िया बनाया था। आजादी के बाद संविधान निर्माताओं एवं भारत सरकार ने देश के राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह अशोक स्तम्भ को अपनाया। राष्ट्रीय झण्डा में अशोक चक्र एवं सेनाओं को दिया जाने वाला सभी सम्मानों में अशोक चक्र दिया। देश के ऐसे महान विभूति के नाम पर राष्ट्रीय अवकाश के साथ साथ भारत के सभी भाषाओं के स्कूल कालेजो में सम्राट अशोक महान की कृति गाथा पढ़ायें जाने की आवश्यकता है। सभा को राकेश महतो, जे एन सिंह, कुंवर सिंह, अवधेश कुमार सिंह, अनीता सिंह, अधिवक्ता अशोक कुमार, सुनील प्रसाद, ए पी वर्मा, विरेन्द्र कुशवाहा आदि ने संबोधित किया। जयंती समारोह को सफल बनाने में ललन आनंदकर, मृत्युंजय मेहता, शंभू कुमार, एस एन सिंह, अरविंद कुमार मेहता, चन्द्रशेखर उर्फ मंटु, रविन्द्र प्रसाद सिंह, रामाश्रय प्रसाद, धर्मेंद्र कुमार, राजु कुमार, अमरेन्द्र कुमार, सिद्धार्थ आदि लोगों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
Published on: 05/04/2025 01:01 PM