ज्योतिराव फुले की जयंती बुद्ध विचार संघ द्वारा मनाई गयी
बोकारो।। 11 अप्रैल 2025 को राष्ट्रपिता ज्योतिराव फुले की जयंती समारोह बारी कोपरेटिव के सुभागी पैलेस मे बुद्ध विचार संघ द्वारा मनाई गयी। जयंती समारोह का उद्घाटन बौद्धाचार्य भी एन मेहता, मुख्य अतिथि संघ के संयोजक सह कांग्रेस पिछड़ा प्रकोष्ठ के कार्यकारी अध्यक्ष राकेश कुमार महतो, बसपा नेता राजेश महतो, के एन सिंह, रेणु प्रसाद, कुंवर सिंह, सुनील गांधी, अनिता सिंह, ललन आनंदकर, अवधेश प्र. सिंह, अधिवक्ता अशोक कुमार, सुनिल प्रसाद, टी एन देव आदि लोगों ने फुले के प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर त्रिशरण और पंचशील पाठ के साथ किया गया। समारोह की अध्यक्षता बारी कोपरेटिव गृह निर्माण सोसाइटी के अध्यक्ष जे एन सिंह ने किया तथा संचालन सेवानिवृत प्राचार्य एस पी सिंह ने किया। इस जयंती समारोह को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि ज्योतिबा फुले ने समानता और न्याय की स्थापना के लिए शिक्षा पर बल देते हुए अपनी पत्नी क्रांति ज्योति माता सावित्रीबाई फुले के साथ भारत में प्रथम बालिका विद्यालय की स्थापना कराई। उनका मानना था कि भारतीय समाज में धर्म के नाम पर शोषण और असमानता एक गहरी सामाजिक बुराई पैदा की गई है, जो केवल कुछ विशेष वर्गों के लाभ के लिए काम करती है। उन्होंने सत्य शोधन समाज की स्थापना की, जिसका उद्देश्य समाज में व्याप्त असमानता और भेदभाव को समाप्त करना था। फुले ने गुलामगिरी, किसान का कोड़ा जैसी कृतियाँ लिखीं और समाज में समानता की बातें की।
ज्योतिबा राव फुले एक समाज सुधारक, लेखक और महान विचारक थे। उन्होंने अपने जीवन में कई सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाई, खासकर जातिवाद, महिलाओं का उद्धार के लिए स्त्री-शिक्षा की उपेक्षा और छुआछूत के खिलाफ। समारोह के माध्यम से विस्थापित आंदोलन में शहीद अभियंता प्रेम महतो उर्फ प्रेम प्रसाद को शोक सभा के माध्यम से श्रद्धांजलि दी गई। समारोह में अखिल भारतीय संत गाडगे संस्थान द्वारा शंभू कुमार को सामाजिक दायित्व के लिए सम्माननित किया गया। सम्राट अशोक सेना, ज्योतिबा राव फुले समाजिक एवं शैक्षणिक विकास केन्द्र, राष्ट्रीय महिला कल्याण समिति आदि संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। समारोह को सफल बनाने में मृत्युंजय मेहता, शंभू कुमार, बालेश्वर प्रसाद, इंजिनियर बी पी कुशवाहा, इंजिनियर गुलाव चन्द सिंह, एम. के. मेहता, विरेंद्र कुशवाहा, रौनक कुमार, शत्रुहन सिंह आदि लोगों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
Published on: 11/04/2025 03:21 PM