प्रशिक्षण में बताई गई बातों को ध्यान से सुनें, अपने कार्य दायित्व को जानेः उपायुक्त
आंगनबाड़ी केंद्रों के सफल संचालन में सेविका – सहायिकाओं की भूमिका अहम, पूरा पोषण क्षेत्र आपका परिवार
गर्भवती महिलाओं, धात्री महिलाओं, बच्चों के 1000 दिन की देख – भाल, उनकी प्रारंभिक शिक्षा सब आपका कर्तव्य – दायित्व, उदाहरण देकर दी जानकरी
जिला परिषद सभागार में जिले के नव चयनित 89 सेविका – सहायिकाओं का जिला स्तरीय 02 दिवसीय उन्मुखीकरण-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, विभिन्न सीडीपीओ, महिला पर्वेक्षिका आदि हुए शामिल*
जिला परिषद सभागार में जिले के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों के 89 पदों पर नव चयनित सेविका – सहायिकाओं का जिला स्तरीय 02 दिवसीय उन्मुखीकरण-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम* का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण सत्र का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर उपायुक्त श्रीमती विजया जाधव, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी डा. सुमन गुप्ता, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्री रवि कुमार, नव चयनित सेविका – सहायिका ने किया। मौके पर सहायक जनसंपर्क अविनाश कुमार सिंह, डीडीएम श्रीमती कंचन कुमारी, विभिन्न परियोजना के सीडीपीओ, महिला पर्वेक्षिका आदि* उपस्थित थे। मौके पर अपने संबोधन में उपायुक्त ने प्रशिक्षण में बताई गई बातों को नव चयनित सेविका – सहायिकाओं को ध्यान से सुनने। आंगनबाड़ी केंद्रों में उनकी क्या भूमिका है, क्या करना है इसकी जानकारी* सही से प्राप्त करने को कहा। कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों के सफल संचालन में सेविका - सहायिकाओं का अहम भूमिका* है। सेविका – सहायिकाओं का किशोरियों, गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं, बच्चों को पोषण, स्वास्थ्य, उनकी प्रारंभिक शिक्षा सब उनके कार्य – दायित्व* में शामिल हैं। उपायुक्त ने क्रमवार विभिन्न उदाहरण देकर सेविका – सहायिकाओं को उनके कार्य – दायित्व से अवगत कराया। उन्होंने प्रशिक्षण सत्र में सक्रिय भागीदारी निभाने* को कहा। आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों के लिए उपलब्ध कराएं गए आंगनबाड़ी किट के संबंध में बताया। प्रशिक्षकों को विस्तार से सभी जानकारी देने की बात कहीं।
मौके पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ने दो दिवसीय उन्मुखीकरण-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान बताई जाने वाले बातों के संबंध में नव चयनित सेविका – सहायिकाओं को बताया। उनके मुख्य कार्य प्री-स्कूल एडुकेशन, पुरक पोषाहार कार्यक्रम, संदर्भ सेवाएं – कुषोषण दूर करने, स्वास्थ्य सेवाएं – टीकाकरण, टीएचआर वितरण आदि* के संबंध में बताया। उन्होंने प्री – ट्रैनिंग एशेसमेंट व पोस्ट – ट्रैनिंग एशेसमेंट आदि के संबंध में जानकारी दी। कहा कि पूरा पोषक क्षेत्र आपका परिवार है। इसके अलावा विभिन्न बिंदुओं पर उन्मुखीकरण-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम में नव चयनित सेविका – सहायिकाओं को विभिन्न विशेषज्ञ प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण* दिया गया।
Published on: 22/05/2025 09:42 PM