स्वदेशी जागरण मंच बोकारो के द्वारा दिवंगत शिबू सोरेन जी को श्रद्धांजलि अर्पित किया गया
बोकारो : स्वदेशी जागरण मंच बोकारो के द्वारा दिवंगत श्री शिबू सोरेन जी को श्रद्धांजलि अर्पित किया गया ।श्रद्धांजलि सभा का आयोजन प्रभात कालोनी, चास में किया गया I श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए मंच के क्षेत्रीय संयोजक अमरेंद्र सिंह ने कहा कि उन का जीवन संघर्ष पूर्ण रहा महाजनी प्रथा के बलि चढ़े उनके पिता की हत्या के बाद मानो उन्होंने विद्रोह कर दिया और महाजनी प्रथा का विरोध और समाज को जागरूक करने के लिए अपने आप को अर्पित कर दिए पढ़ाई छोड़ समाज सेवा की तरफ मुड़ गऐ। उन्होंने समाज की बुराई दूर करने का संकल्प लिया और महुआ माडी के नशे में डूबा आदिवासी समाज को जागरूक करने एवं समाज को आगे बढ़ाने के लिए पढ़ो और लड़ो का नारा बुलंद किया आंदोलन का गुंज न केवल पटना में बल्कि दिल्ली तक सुनाई पड़ा। एक समय तो ऐसा था कि उन्हें पुलिस के भय से पारसनाथ पहाड़ी के जंगलों में भी शरण लेना पड़ा । बागी बनकर नेमरा से निकले गुरुजी का मंजिल कहीं और था राजनीतिक क्षेत्र में लाने लाने में मित्रों का बहुत सहयोग रहा । सन् 1972 में उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा का गठन किये फिर पीछे मुड़कर नहीं देखे विधायक मुख्यमंत्री सांसद केंद्रीय मंत्री दायित्व निभाते हुए आज हमसब के बीच नहीं रहे। उद्योगपति एवं समाजसेवी श्रीमान जगन्नाथ शाही जी ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा की राजनीति से लेकर समाज के हर वर्ग में शिबू सोरेन जी का पैठ था उनके निधन एक अपूरणीय क्षति है। वे न केवल झारखंड आंदोलन के जनक एंव मार्गदर्शक थे, बल्कि आदिवासी अधिकारों के लिए आजीवन संघर्षरत रहे। उन्हें झारखंडी अस्मिता का प्रतीक, आदिवासी चेतना की आवाज और सामाजिक न्याय का प्रहरी माना जाता है। उनकी संघर्षगाथा आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी, दिशोम गुरु शिबू सोरेन अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी विचारधारा, आदर्श और बलिदान झारखंड की आत्मा में सदैव जीवित रहेंगे। सभा में प्रांत के मेला प्रमुख दिलीप वर्मा, अजय कुमार चौधरी, जिला संयोजक प्रमोद कुमार सिन्हा, प्रेम कुमार एवं नवीन कुमार सिन्हा कार्यालय प्रमुख ददन प्रसाद, जयशंकर प्रसाद सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित होकर श्रद्धांजलि अर्पित किए .
Published on: 06/08/2025 05:12 PM